shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्त�
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्त�